जयपुर. हाल में रिलीज हुई पानीपत मूवी पर विवाद बढ़ता जा रहा है। जाट समाज इसका विरोध कर रहा है। जयपुर में सिनेमा हॉल में तोड़फोड़ के बाद अब कोटा के सभी सिनेमाघरों ने सारे शो रोक दिए गए हैं। सभी सिनेमाघरों से पानीपत मूवी को हटा दिया गया। वहीं भीलवाड़ा में बड़ी संख्या में लोग फिल्म का विरोध करने सड़कों पर उतरे। इस दौरान फिल्म के खिलाफ नारेबाजी की।
गोल्ड सिनेमा के मैनेजर आशीष जैन ने बताया कि सभी सिनेमाघरों पर भी संपर्क कर वहां शो बंद करवा दिए गए हैं। कोटा में करीब 20 शो चल रहे थे। ऑनलाइन बुकिंग भी कैंसिल कर दी गई है। गौरतलब है कि पहले भी पद्मावत के चलते कोटा में सिनेमा हॉल में तोड़फोड़ हो गई थी।
जाट समाज आज करेगा कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के व्यक्तित्व को सही तरीके से नहीं दिखाने को लेकर जाट समाज में रोष है। कोटा के जाट समाज इसकी कड़ी निंदा की है। समाज के प्रतिनिधियों ने सरकार से मांग की है कि इतिहास से छेड़छाड़ करने वाले डायरेक्टर को जेल भेजने के साथ साथ फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि आगे से कोई भी व्यक्ति किसी भी समाज के इतिहास के साथ छेड़खानी करने की हिम्मत नहीं करे।
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
पानीपत फिल्म में इतिहास को तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत करने के विरोध में साेमवार काे प्रबुद्धजन विचार मंच के पदाधिकारियाें ने एडीएम प्रशासन काे सीएम के नाम ज्ञापन साैंपा। भाजपा पर्यावरण व आरटीआई प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम मनोहर हरित, भाजपा ओबीसी प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम अजमेरा ने बताया कि ज्ञापन में मुख्यमंत्री से मांग की है कि भरतपुर के राजा सूरजमल के इतिहास काे फिल्म में ताेड़मराेड़ कर प्रस्तुत किया है। यह राजस्थान की संस्कृति का अपमान है। इसलिए इस फिल्म पर तुरंत रोक लगनी चाहिए।
फिल्म को लेकर विवाद?
फिल्म में महाराजा सूरजमल को मराठा पेशवा सदाशिव राव से संवाद के दौरान इमाद को दिल्ली का वजीर बनाने व आगरा का किला उन्हें सौंपे जाने की मांग करते दिखाया गया। इस पर पेशवा सदाशिव आपत्ति जताते हैं। सूरजमल भी अहमदशाह अब्दाली के खिलाफ युद्ध में साथ देने से इनकार कर देते हैं। सूरजमल काे हरियाणवी व राजस्थानी भाषा के टच में भी दिखाया है।